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प्रधानमंत्री मोदी का जॉर्डन दौरा: क्राउन प्रिंस का विशेष स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जॉर्डन दौरा एक विशेष घटना के साथ शुरू हुआ, जब क्राउन प्रिंस अल हुसैन ने उन्हें गाड़ी चलाकर जॉर्डन म्यूजियम तक पहुँचाया। यह यात्रा भारत और जॉर्डन के बीच 75 वर्षों के कूटनीतिक संबंधों का जश्न मनाती है। मोदी ने जॉर्डन की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की सराहना की और दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। जानें इस दौरे के महत्व और समझौतों के बारे में।
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प्रधानमंत्री मोदी का जॉर्डन दौरा: क्राउन प्रिंस का विशेष स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी का जॉर्डन दौरा


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जॉर्डन यात्रा के दौरान एक अद्वितीय दृश्य देखने को मिला, जिसने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया। जॉर्डन के क्राउन प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय ने स्वयं प्रधानमंत्री मोदी को गाड़ी चलाकर जॉर्डन म्यूजियम तक पहुँचाया। यह घटना भारत और जॉर्डन के बीच गहरे विश्वास, सम्मान और मित्रता को दर्शाती है। क्राउन प्रिंस अल हुसैन पैगंबर मोहम्मद के 42वीं पीढ़ी के वंशज माने जाते हैं, जिससे इस घटना का ऐतिहासिक महत्व और बढ़ जाता है।


प्रधानमंत्री मोदी तीन देशों की यात्रा पर हैं, जिसमें जॉर्डन उनका पहला गंतव्य है। अम्मान पहुँचने के बाद, उन्होंने जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई, जिसमें आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ साझा रणनीति, क्षेत्रीय स्थिरता और द्विपक्षीय सहयोग पर विशेष ध्यान दिया गया।




प्रधानमंत्री मोदी की सराहना

प्रधानमंत्री मोदी ने किस बात की सराहना की?


प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्डन के नेतृत्व की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि जॉर्डन लगातार आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ स्पष्ट और मजबूत संदेश देता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और जॉर्डन इस मुद्दे पर एक जैसी सोच रखते हैं और वैश्विक मंचों पर मिलकर काम करते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जॉर्डन को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का अहम स्तंभ बताया।


दौरे का महत्व

यह दौरा क्यों है खास?


किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि भारत और जॉर्डन के कूटनीतिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच दशकों पुरानी दोस्ती, आपसी सम्मान और भरोसे को मजबूत करती है। किंग अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि दोनों देश अपने नागरिकों की समृद्धि के लिए सहयोग को और गहरा करना चाहते हैं।


समझौतों पर हस्ताक्षर

किन-किन समझौतों पर हुए हस्ताक्षर?


इस दौरे के दौरान भारत और जॉर्डन के बीच कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें संस्कृति, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और भारत के एलोरा तथा जॉर्डन के पेट्रा के बीच ट्विनिंग समझौता शामिल है। इन समझौतों से दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। जॉर्डन यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इथियोपिया के लिए रवाना होंगे।