प्रधानमंत्री मोदी की इथियोपिया यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई
प्रधानमंत्री मोदी का अदीस अबाबा दौरा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे। यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अदीस अबाबा में गर्मजोशी से स्वागत
इथियोपिया के प्रधानमंत्री और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अबी अहमद अली ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया और उन्हें होटल तक ले गए। यह स्वागत दोनों देशों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों को दर्शाता है।
मोदी का संदेश: सभ्यतागत संबंध
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि इथियोपिया की संस्कृति और इतिहास समृद्ध हैं, और भारत-इथियोपिया के संबंध सभ्यतागत स्तर पर गहरे हैं। उन्होंने इस यात्रा को साझेदारी को नए क्षेत्रों में मजबूत करने का अवसर बताया।
द्विपक्षीय वार्ता का एजेंडा
16 से 17 दिसंबर तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और अबी अहमद के बीच व्यापार, निवेश, विकास सहयोग, शिक्षा, और वैश्विक मंचों पर समन्वय जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धताओं को दोहराने और सहयोग को बढ़ाने के लिए है।
अफ्रीकी संघ और G20 की भूमिका
अदीस अबाबा अफ्रीकी संघ का मुख्यालय है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा में विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्यता दी गई थी, जो ग्लोबल साउथ के देशों को वैश्विक निर्णय प्रक्रिया में मजबूत प्रतिनिधित्व दिलाने में मददगार है।
संसद संबोधन और भारतीय समुदाय से संवाद
प्रधानमंत्री मोदी इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर सकते हैं और वहां के भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि वे भारत को 'लोकतंत्र की जननी' के रूप में प्रस्तुत करने और भारत-इथियोपिया साझेदारी से ग्लोबल साउथ को होने वाले लाभों पर अपने विचार साझा करने के लिए उत्सुक हैं। यह यात्रा भारत की अफ्रीका नीति को और मजबूत करने वाली मानी जा रही है।
