प्रधानमंत्री मोदी को इथियोपिया का सर्वोच्च सम्मान: क्या है इसका महत्व?
प्रधानमंत्री मोदी को मिला इथियोपिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इथियोपिया के साथ संबंधों को मजबूत करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान और वैश्विक स्तर पर उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए इथियोपिया का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान 'ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' प्रदान किया गया। यह भव्य समारोह मंगलवार को अदीस अबाबा के अदीस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित हुआ, जिसमें दोनों देशों के वरिष्ठ नेता और विशिष्ट अतिथि शामिल हुए।
मोदी ने व्यक्त किया आभार
सम्मान प्राप्त करने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे अपने लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इथियोपिया द्वारा यह सम्मान मिलना उनके लिए अत्यंत गर्व की बात है, जो विश्व की प्राचीन सभ्यताओं में से एक है। पीएम मोदी ने यह पुरस्कार उन सभी भारतीयों और इथियोपियाई नागरिकों को समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने में योगदान दिया है। उन्होंने 140 करोड़ भारतीयों की ओर से इथियोपिया की जनता और सरकार का धन्यवाद किया।
सोशल मीडिया पर साझा की खुशी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी खुशी को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि 'ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' से सम्मानित होना उनके लिए गर्व की बात है और इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया। यह संदेश दोनों देशों के बीच बढ़ते आपसी विश्वास और मित्रता को दर्शाता है।
Grateful to the people and Government of Ethiopia as well as Prime Minister Abiy Ahmed Ali for conferring upon me the ‘Great Honour Nishan of Ethiopia’ last evening. To be honoured by one of the world’s most ancient and rich civilisations is a matter of immense pride. This honour… pic.twitter.com/MWrdGwVFcI
— Narendra Modi (@narendramodi) December 17, 2025
अदीस अबाबा में स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी अपने तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण में जॉर्डन से इथियोपिया पहुंचे। अदीस अबाबा एयरपोर्ट पर इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली ने उनका स्वागत किया। एक विशेष और प्रतीकात्मक कदम के तहत, प्रधानमंत्री अबी अहमद ने मोदी को होटल तक ले जाने का कार्य किया, जो दोनों नेताओं के बीच मजबूत व्यक्तिगत संबंधों को दर्शाता है।
अनौपचारिक बातचीत में गर्मजोशी
होटल जाते समय, प्रधानमंत्री मोदी ने विज्ञान संग्रहालय और मैत्री पार्क का दौरा किया, जो आधिकारिक कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जिसने यात्रा को और भी खास बना दिया। इसके बाद, दोनों प्रधानमंत्रियों ने पारंपरिक इथियोपियाई कॉफी समारोह में भाग लिया, जहां पीएम अबी अहमद ने मोदी को इथियोपिया की विभिन्न कॉफी किस्मों से परिचित कराया।
वैश्विक दक्षिण की साझेदारी पर जोर
विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा भारत और इथियोपिया के बीच वैश्विक दक्षिण के साझेदारों के रूप में बढ़ती सहयोग भावना को दर्शाती है। दोनों देश विकास, व्यापार, निवेश और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आपसी सहयोग को और गहरा करने के इच्छुक हैं।
दौरे का व्यापक एजेंडा
अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी इथियोपिया के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, वह इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे और वहां रह रहे भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे। उल्लेखनीय है कि अदीस अबाबा अफ्रीकी संघ का मुख्यालय भी है, जिससे इस यात्रा का कूटनीतिक महत्व और बढ़ जाता है।
तीन देशों के दौरे की अंतिम कड़ी
इथियोपिया पहुंचने से पहले, प्रधानमंत्री मोदी जॉर्डन गए थे, जहां उन्होंने किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इथियोपिया यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री मोदी अपने तीन देशों के दौरे के अंतिम चरण में ओमान रवाना होंगे। यह पूरा दौरा भारत की सक्रिय और संतुलित विदेश नीति को दर्शाता है, जिसमें अफ्रीका और पश्चिम एशिया को विशेष महत्व दिया गया है।
