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प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में विज्ञान और संस्कृति की उपलब्धियों पर चर्चा की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में विज्ञान, खेल और संस्कृति की उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता के बाद बच्चों में विज्ञान के प्रति बढ़ती रुचि का जिक्र किया और स्पेस स्टार्ट-अप्स की संख्या में वृद्धि की जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में छात्रों की सफलता और यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त किलों का भी उल्लेख किया। जानें इस कार्यक्रम में और क्या खास बातें हुईं।
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प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में विज्ञान और संस्कृति की उपलब्धियों पर चर्चा की

प्रधानमंत्री का मासिक संबोधन

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 124वें एपिसोड में देशवासियों को विज्ञान, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में हाल की उपलब्धियों पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि हाल के समय में कई ऐसे कार्य हुए हैं जिन पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए।


चंद्रयान-3 की सफलता और बच्चों में विज्ञान की रुचि

प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की सुरक्षित वापसी का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना पूरे देश में खुशी और गर्व का कारण बनी। उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि में तेजी आई है। ‘इंस्पायर मानक अभियान’ के तहत लाखों बच्चे अब इनोवेशन से जुड़े हुए हैं, और यह संख्या चंद्रयान-3 मिशन के बाद दोगुनी हो गई है।


स्पेस स्टार्ट-अप्स की बढ़ती संख्या

मोदी ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में देश में स्पेस स्टार्ट-अप्स की संख्या 50 से बढ़कर 200 से अधिक हो गई है। उन्होंने 23 अगस्त को ‘नेशनल स्पेस डे’ मनाने की घोषणा की और लोगों से नमो ऐप पर सुझाव भेजने की अपील की।


अंतरराष्ट्रीय ओलंपियाड में छात्रों की सफलता

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय रसायन और गणित ओलंपियाड में कई मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है। अगले महीने मुंबई में एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड का आयोजन किया जाएगा, जो अब तक का सबसे बड़ा होगा।


संस्कृति और धरोहर पर चर्चा

संस्कृति की धरोहर पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि यूनेस्को ने 12 मराठा किलों को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है, जिसमें महाराष्ट्र के 11 और तमिलनाडु का एक किला शामिल है। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के साहस और ऐतिहासिक उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।