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बहरीन के विदेश मंत्री का भारत दौरा: द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊँचाइयाँ

बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल लतीफ बिन राशिद अलजायनी ने भारत का दौरा किया, जहां उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने व्यापार, सुरक्षा, और सांस्कृतिक संबंधों में प्रगति की सराहना की। इस बैठक में क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद, इंटेलिजेंस साझा करने, और आर्थिक सहयोग पर भी जोर दिया गया। जयशंकर ने बहरीन के नागरिकों के लिए ई-वीज़ा प्रणाली की शुरुआत की बात की और बहरीन के निवेशकों को भारत में अवसरों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया।
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बहरीन के विदेश मंत्री का भारत दौरा: द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊँचाइयाँ

बहरीन के विदेश मंत्री का भारत दौरा

बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल लतीफ बिन राशिद अलजायनी वर्तमान में भारत की यात्रा पर हैं। नई दिल्ली में, भारत और बहरीन के विदेश मंत्रियों की सह-अध्यक्षता में दोनों देशों के बीच एक संयुक्त आयोग की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जारी किए गए साझा बयान में, दोनों पक्षों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की।


क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इंटेलिजेंस साझा करने, क्षमता निर्माण और साइबर सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। दोनों देशों ने डिफेंस और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर भी चर्चा की। इसके अलावा, सितंबर में नेवी के तीन जहाजों के बहरीन दौरे से मेरिटाइम सुरक्षा में सुधार की बात की गई।


दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय डबल टैक्सेशन अवॉइडेंस समझौते पर चल रही वार्ताओं में प्रगति की सराहना की। विदेश मंत्रियों ने डिफेंस, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार, फिनटेक, स्पेस, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों में प्रगति को सराहनीय बताया।


दोनों पक्षों ने चौथे जॉइंट कमीशन के दौरान व्यापार और निवेश के लिए बने जॉइंट वर्किंग ग्रुप और इकॉनमिक पार्टनरशिप समझौते की वार्ताओं को महत्वपूर्ण बताया। इसके साथ ही, जयशंकर ने अगले महीने होने वाले जीसीसी समिट में सहयोग की बात की।


भारत और बहरीन के बीच व्यापारिक संबंध

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत और बहरीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश में लगातार वृद्धि हुई है। नई दिल्ली में आयोजित पाँचवीं भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग की बैठक में, डॉ. जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, वाणिज्य, स्वास्थ्य, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति की है।


उन्होंने बहरीन के नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा (ई-वीज़ा) प्रणाली की शुरुआत पर जोर दिया और बहरीन के निवेशकों को भारत में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया।


डॉ. जयशंकर ने अगले महीने मनामा में होने वाले खाड़ी सहयोग परिषद के शिखर सम्मेलन में बहरीन द्वारा अध्यक्षता संभालने के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सितंबर में तीन भारतीय नौसैनिक जहाजों ने बहरीन का दौरा किया, जिससे द्विपक्षीय मैत्री और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को बल मिला।


उन्होंने भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए निरंतर देखभाल और समर्थन के लिए बहरीन साम्राज्य के नेतृत्व का आभार व्यक्त किया।


बहरीन के विदेश मंत्री का बयान

इस अवसर पर, बहरीन के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अलजयानी ने कहा कि बहरीन और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंध लगभग पाँच हजार साल पुराने हैं, जो व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर आधारित हैं।


उन्होंने कहा कि ये आर्थिक संबंध इस रिश्ते के केंद्र में हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में फल-फूल रहा है। भारत बहरीन के प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक बना हुआ है।