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बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की शेख हसीना की वापसी की कोशिशें तेज

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना को वापस लाने के लिए भारत के साथ सुरक्षा वार्ता कर रही है। एनएसए डॉक्टर खलील उर रहमान ने दिल्ली में अजीत डोभाल से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। बांग्लादेश ने हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल के प्रत्यर्पण के लिए इंटरपोल की मदद मांगी है। इस मामले की गंभीरता चुनावों के नजदीक आने के कारण बढ़ गई है। जानें इस मुद्दे पर और क्या हो रहा है।
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बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की शेख हसीना की वापसी की कोशिशें तेज

बांग्लादेश की सुरक्षा वार्ता

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना को वापस लाने के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है। इस क्रम में, बांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, डॉक्टर खलील उर रहमान, दिल्ली पहुंचे और भारत के एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच न केवल सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हुई, बल्कि महत्वपूर्ण द्विपक्षीय विषयों पर भी बातचीत हुई। रहमान ने डोभाल को बांग्लादेश आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया।


बांग्लादेश सरकार पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल को भारत से वापस लाने के लिए इंटरपोल की सहायता लेने की योजना बना रही है। ढाका में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने भारत से औपचारिक अनुरोध किया है कि हसीना और कमाल को प्रत्यर्पित किया जाए, क्योंकि दोनों को बांग्लादेश की अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। बांग्लादेश के एक प्रमुख समाचार पत्र के अनुसार, प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक दस्तावेज जल्द ही भारत को भेजे जाएंगे.


भारत-बांग्लादेश संबंधों की स्थिति

रहमान ने डोभाल को बांग्लादेश आने का निमंत्रण दिया, और यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद भारत के साथ उच्च स्तरीय सुरक्षा वार्ता मानी जा रही है। बांग्लादेश लगातार भारत से मांग कर रहा है कि शेख हसीना, जो वर्तमान में भारत में हैं, उन्हें वापस भेजा जाए।


हालांकि, बांग्लादेश के नए कोलंबो सुरक्षा कॉन्क्लेव में भाग लेने के दौरान रहमान की डोभाल से मुलाकात हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इससे पहले, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत को पत्र लिखकर कहा था कि दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि मौजूद है, इसलिए हसीना और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल को वापस भेजना भारत की जिम्मेदारी है.


राजनीतिक स्थिति और सुरक्षा संबंध

यह मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि बांग्लादेश में अगले साल चुनाव और जनमत संग्रह होने वाले हैं। देश के भीतर राजनीतिक स्थिति को लेकर काफी हलचल है। ऐसे समय में, भारत और बांग्लादेश के बीच सुरक्षा और राजनीतिक संबंधों पर चर्चा दोनों देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत इस स्थिति को बहुत सावधानी से संभाल रहा है और ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा कि हसीना को तुरंत प्रत्यर्पित किया जाएगा।


दिल्ली में हुई यह बैठक क्षेत्रीय सुरक्षा, द्विपक्षीय संबंधों और बांग्लादेश की आंतरिक स्थिति के कारण महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कुल मिलाकर, शेख हसीना की वापसी को लेकर बांग्लादेश पूरी कोशिश कर रहा है.


सजीब वाजेद जॉय का बयान

बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि भारत ने उनकी मां की जान बचाई है। उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की प्रत्यर्पण मांग को गैर-कानूनी बताया.