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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन: एक युग का अंत

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन 80 वर्ष की आयु में हुआ, जिससे देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है, जिसमें भारत के विदेश मंत्री भी शामिल होंगे। खालिदा जिया की राजनीतिक विरासत और उनके योगदान को याद किया जा रहा है। जानें उनके अंतिम संस्कार की विस्तृत जानकारी और बांग्लादेश में घोषित राजकीय शोक के बारे में।
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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन: एक युग का अंत

खालिदा जिया का निधन


बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया का निधन मंगलवार को 80 वर्ष की आयु में हुआ। वह लंबे समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं और ढाका के एवरकेयर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उन्होंने सुबह लगभग 6 बजे अंतिम सांस ली।


परिवार का शोक

उनके बड़े बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने इस दुखद समाचार की पुष्टि करते हुए कहा, "मेरी मां अब हमारे बीच नहीं रहीं।" खालिदा जिया के निधन की खबर सुनते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई, जिससे राजनीतिक और सामाजिक जीवन में गमगीन माहौल बन गया।


अंतिम संस्कार की तैयारी

स्थानीय मीडिया के अनुसार, खालिदा जिया की अंतिम नमाज जोहर की नमाज के बाद अदा की जाएगी। यह नमाज ढाका के राष्ट्रीय संसद के साउथ प्लाजा और मानिक मियां एवेन्यू में आयोजित की जाएगी। दोपहर लगभग 2 बजे नमाज-ए-जनाजा होने की उम्मीद है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।


नमाज के बाद, खालिदा जिया के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ दफनाया जाएगा। उन्हें उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बगल में दफनाया जाएगा, जो ढाका के शेर-ए-बांग्ला नगर स्थित जिया उद्यान में है।


विदेशी प्रतिनिधियों की उपस्थिति

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ढाका पहुंचेंगे। उनकी उपस्थिति को भारत-बांग्लादेश संबंधों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके अलावा, अन्य देशों के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है।


राजकीय शोक की घोषणा

खालिदा जिया के निधन के बाद, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अंतिम संस्कार के दिन एक आम अवकाश भी रहेगा। शोक अवधि के दौरान ढाका महानगर क्षेत्र में कई पाबंदियां लागू की गई हैं, जिसमें आतिशबाजी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक शामिल है।


राजनीतिक विरासत

खालिदा जिया बांग्लादेश की राजनीति की एक प्रमुख हस्ती थीं। उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और दशकों तक सक्रिय रहीं। उनके निधन को बांग्लादेश की राजनीति के एक महत्वपूर्ण अध्याय के अंत के रूप में देखा जा रहा है। उनके जाने से न केवल बीएनपी बल्कि पूरे देश को अपूरणीय क्षति हुई है। समर्थक और आम नागरिक उन्हें एक मजबूत नेता के रूप में याद कर रहे हैं।