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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन मंगलवार को हुआ, जिससे देश के राजनीतिक जीवन में शोक की लहर दौड़ गई है। 80 वर्षीय जिया, जो बीएनपी की अध्यक्ष भी थीं, का निधन लंबी बीमारी के बाद हुआ। उनके परिवार के सदस्य अस्पताल में मौजूद थे, और उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। जिया का राजनीतिक सफर चार दशकों से अधिक का रहा, जिसमें उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री पद संभाला और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना किया। उनके निधन से बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया है।
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बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, राजनीतिक जगत में शोक की लहर

खालिदा जिया का निधन

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी की अध्यक्ष, शेख हसीना ने मंगलवार को बेगम खालिदा जिया के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने इसे देश के राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक गंभीर क्षति बताया। 80 वर्षीय खालिदा जिया का निधन आज सुबह लंबी बीमारी के बाद हुआ। बीएनपी ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि उनका निधन फज्र की नमाज के बाद, सुबह लगभग 6 बजे हुआ। अवामी लीग ने हसीना का शोक संदेश अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, "मैं बीएनपी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।


परिवार और अंतिम संस्कार की तैयारी

जिया के बड़े बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष, तारीक रहमान ने कहा कि उनकी मां अब हमारे बीच नहीं रहीं। जिया के निजी चिकित्सक, डॉ. एजेडएम जाहिद हुसैन ने बताया कि उन्होंने ढाका के ‘एवरकेयर’ अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार तड़के अंतिम सांस ली। जिया तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकी थीं और बीएनपी की अध्यक्षता भी कर चुकी थीं। बीएनपी अधिकारियों ने बताया कि जिया के जनाजे की नमाज बुधवार को संसद परिसर के सामने ढाका के मानिक मियां एवेन्यू में होने की योजना है। जिया के परिवार के सदस्य, जिनमें उनके बेटे तारीक रहमान, पत्नी जुबैदा रहमान और बेटी जैमा शामिल हैं, अस्पताल में मौजूद थे। बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर भी वहां थे।


स्वास्थ्य समस्याएं और राजनीतिक सफर

जिया को 23 नवंबर को नियमित जांच के लिए एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने उनके सीने में संक्रमण का निदान किया। सूत्रों के अनुसार, 27 नवंबर को उनकी स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल के कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में स्थानांतरित किया गया। जिया के इलाज की देखरेख कर रहे चिकित्सा बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर हुसैन ने उनकी स्थिति को बेहद नाजुक बताया। जिया कई जटिल स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त थीं, जिनमें यकृत और गुर्दे की समस्याएं, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गठिया और संक्रमण शामिल थे। उनके निधन के समय, रहमान और अन्य परिवार के सदस्य देर रात अस्पताल पहुंचे। जिया का राजनीतिक सफर चार दशकों से अधिक का रहा, जिसमें उन्होंने एक प्रमुख पार्टी का नेतृत्व किया और देश पर शासन किया, साथ ही भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना भी किया।