बांग्लादेश की राजनीति में जायमा रहमान का प्रवेश: क्या है उनके आने का महत्व?
जायमा रहमान का राजनीतिक सफर शुरू
नई दिल्ली : बांग्लादेश की राजनीति में जिया परिवार की चौथी पीढ़ी के प्रवेश को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान की बेटी बैरिस्टर जायमा रहमान अब सक्रिय राजनीति में कदम रखने के संकेत दे रही हैं. लंबे समय तक विदेश में रहने के बाद उनकी देश वापसी को केवल पारिवारिक नहीं, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है.
17 वर्षों बाद पिता के साथ लौटी जायमा
17 वर्षों बाद पिता के साथ लौटी जायमा
जायमा रहमान 25 दिसंबर को अपने पिता तारिक रहमान के साथ बांग्लादेश लौटीं, जहां वह लगभग 17 साल तक लंदन में रहीं. सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता और पार्टी बैठकों में भागीदारी से यह स्पष्ट है कि वे देश के विकास में योगदान देने की इच्छा रखती हैं और आम लोगों से जुड़कर बांग्लादेश को बेहतर तरीके से समझना चाहती हैं.
जायमा का पारिवारिक इतिहास
पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की पोती है जायमा
जायमा रहमान का जन्म 26 अक्टूबर 1995 को हुआ था. वे पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पोती हैं. उनका बचपन ढाका में बीता, लेकिन 2008 में पिता के लंदन जाने के बाद वह भी अपनी मां डॉ. जुबाइदा रहमान के साथ वहां चली गईं. लंदन में उन्होंने क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की और लिंकन्स इन से बैरिस्टर बनीं, जहां उन्होंने न्याय और मानवीय संवेदनाओं की गहरी समझ विकसित की.
सोशल मीडिया पर भावनात्मक जुड़ाव
सोशल मीडिया पर भावनात्मक जुड़ाव
हाल ही में एक फेसबुक पोस्ट में जायमा ने लिखा कि उन्होंने कभी अपनी जड़ों से रिश्ता नहीं तोड़ा. उन्होंने अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को प्यार से “डाडू” कहकर याद किया. अब तक जायमा ने न तो कोई औपचारिक राजनीतिक पद संभाला है और न ही चुनाव लड़ा है, लेकिन उनकी सक्रियता को भविष्य की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है.
ढाका में शांत लेकिन प्रभावशाली एंट्री
ढाका में शांत लेकिन प्रभावशाली एंट्री
तारिक रहमान की वापसी पर ढाका की सड़कों पर समर्थकों की भारी भीड़ देखने को मिली, जो एक बड़े राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन जैसा था. इसके विपरीत, जायमा रहमान की एंट्री अपेक्षाकृत शांत रही. वह अपनी मां के साथ गुलशन स्थित आवास पहुंचीं, लेकिन उनकी यात्रा से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और वे राजनीतिक चर्चा के केंद्र में आ गईं.
BNP के लिए 'नवीनीकरण' का चेहरा?
BNP के लिए 'नवीनीकरण' का चेहरा?
यूनाइटेड किंगडम में प्रशिक्षित बैरिस्टर जायमा को बीएनपी के लिए नई छवि और बदलाव के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी लंबे समय से भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों से घिरी रही है. ऐसे में जायमा की साफ-सुथरी और पेशेवर पृष्ठभूमि पार्टी को खासकर युवाओं के बीच नई स्वीकार्यता दिला सकती है.
2001 में आम चुनावों में नजर आई थी जायमा
2001 में आम चुनावों में नजर आई थी जायमा
जायमा पहली बार 2001 के आम चुनावों में मीडिया की नजर में आई थीं, जब वे मात्र छह वर्ष की उम्र में अपनी दादी खालिदा जिया के साथ मतदान केंद्र गई थीं. हाल ही में उन्होंने अपने बचपन की एक याद साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे एक खेल प्रतियोगिता जीतने के बाद वह अपना मेडल गर्व से अपनी दादी को दिखाने उनके कार्यालय पहुंची थीं.
विवादों के बीच उभरती राजनीतिक पहचान
विवादों के बीच उभरती राजनीतिक पहचान
2021 में जायमा उस समय सुर्खियों में आईं जब आवामी लीग के एक मंत्री द्वारा उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, जिसके बाद मंत्री को पद छोड़ना पड़ा. इसके बाद से जायमा धीरे-धीरे सार्वजनिक मंचों पर सक्रिय दिखने लगीं. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में BNP प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर भाग लिया और पार्टी की बैठकों में भी उपस्थिति दर्ज कराई.
17 वर्षों के बाद ढाका लौटे तारिक रहमान
17 वर्षों के बाद ढाका लौटे तारिक रहमान
17 वर्षों बाद तारिक रहमान अपनी पत्नी और बेटी के साथ ढाका लौटे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ. आगामी फरवरी 2026 के संसदीय चुनावों से पहले उन्हें प्रधानमंत्री पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. ऐसे में जायमा रहमान का राजनीतिक प्रवेश पार्टी के लिए नई ऊर्जा और भविष्य की रणनीति का अहम हिस्सा बन सकता है. युवा, शिक्षित और वैश्विक अनुभव से लैस जायमा, बीएनपी की अगली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं.
