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बांग्लादेश के छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी को दी गई भावभीनी विदाई, लाखों की भीड़ में दिखा गुस्सा

बांग्लादेश के चर्चित छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी को शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके जनाजे में लाखों लोग शामिल हुए, जो उनकी लोकप्रियता और युवा राजनीति में उनके योगदान को दर्शाता है। हादी की दुखद मृत्यु के बाद देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ी, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने न्याय की मांग की। मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने हादी को 'वीर' बताते हुए उनके विचारों को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी।
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बांग्लादेश के छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी को दी गई भावभीनी विदाई, लाखों की भीड़ में दिखा गुस्सा

शरीफ उस्मान हादी को अंतिम विदाई


बांग्लादेश के प्रसिद्ध छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी को शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके जनाजे में लाखों लोगों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि हादी केवल एक छात्र नेता नहीं थे, बल्कि वे देश की युवा राजनीति की एक महत्वपूर्ण आवाज बन चुके थे।


मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की उपस्थिति

इस अवसर पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस भी उपस्थित रहे। उन्होंने हादी को 'वीर' बताते हुए कहा कि आज पूरा देश उन्हें याद कर रहा है और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।


हादी की दुखद मृत्यु

कुछ समय पहले हादी को सिर में गोली लगने के बाद गंभीर स्थिति में सिंगापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कई दिनों के इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी और 18 दिसंबर को उनका निधन हो गया। हादी की मौत की खबर फैलते ही बांग्लादेश में आक्रोश की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए, विरोध प्रदर्शन हुए और कई क्षेत्रों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की और कुछ स्थानों पर आगजनी की घटनाएं भी हुईं। यहां तक कि मीडिया संस्थानों को भी हमलों का सामना करना पड़ा।


श्रद्धांजलि और हादी का संदेश

जब हादी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया, तब ढाका समेत पूरे देश की निगाहें उनके जनाजे पर टिकी रहीं। मोहम्मद यूनुस ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हादी भले ही हमारे बीच शारीरिक रूप से नहीं हैं, लेकिन उनके विचार और संदेश हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। उन्होंने कहा कि हादी ने इंसानियत, लोकतंत्र और साहस का जो मार्ग दिखाया है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।


यूनुस का हादी के प्रति सम्मान

यूनुस ने यह भी कहा कि हादी ने देश को एक ऐसा मंत्र दिया है, जो बांग्लादेश की पहचान का हिस्सा बन जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि हादी के सपनों और विचारों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार और जनता मिलकर काम करेंगे। हादी चुनावी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाना चाहते थे और उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को लेकर अपने विचार भी रखे थे, जिन्हें आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया गया।


सरकार की जिम्मेदारी और शोक

मुख्य सलाहकार ने यह भी घोषणा की कि सरकार हादी की पत्नी और उनके एकमात्र बच्चे की पूरी जिम्मेदारी उठाएगी। हादी की शहादत के सम्मान में शनिवार को पूरे देश में एक दिन का राजकीय शोक मनाया गया।


ढाका की जातीय संसद के पास माणिक मिया एवेन्यू में आयोजित जनाजे में हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए और कहा कि हादी की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्हें राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम के समाधि स्थल के पास दफनाया जाएगा, जो उनके सम्मान और महत्व को दर्शाता है।