बांग्लादेश में जेम्स का संगीत कार्यक्रम रद्द: भीड़ के हमले से मची अफरा-तफरी
भीड़ के हमले के कारण कार्यक्रम स्थगित
नई दिल्ली: बांग्लादेश के प्रसिद्ध रॉक गायक जेम्स का एक संगीत कार्यक्रम शुक्रवार रात उस समय रद्द कर दिया गया जब कार्यक्रम स्थल पर अचानक भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। यह घटना फरीदपुर शहर में हुई, जहां एक स्कूल की 185वीं वर्षगांठ के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। सुरक्षा कारणों से आयोजकों ने कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया।
स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम
स्थानीय मीडिया के अनुसार, यह कार्यक्रम फरीदपुर जिला स्कूल के परिसर में आयोजित किया जा रहा था, जहां जेम्स की प्रस्तुति रात करीब 9 बजे होनी थी। छात्रों और स्थानीय निवासियों में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह था और सभी आवश्यक तैयारियां पहले से की गई थीं।
हमले की अचानक घटना
आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम शुरू होने से पहले कुछ बाहरी लोग जबरन कार्यक्रम स्थल में घुसने की कोशिश करने लगे और उन्होंने पत्थर और ईंटें फेंकनी शुरू कर दीं। हमलावरों का उद्देश्य मंच तक पहुंचना और कार्यक्रम को बाधित करना था, जिससे वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई।
छात्रों का विरोध
रिपोर्टों के अनुसार, स्कूल के छात्रों और आयोजन समिति के सदस्यों ने हमलावरों को रोकने का प्रयास किया, जिससे कुछ छात्रों को चोटें आईं। घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया और प्रशासन को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
आयोजकों की नाराजगी
वर्षगांठ समारोह की प्रचार समिति के प्रमुख राजिबुल हसन खान ने इस घटना पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि सभी प्रशासनिक अनुमति और सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। उन्होंने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि हमले का कारण क्या था। जिला प्रशासन के निर्देश पर कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया गया।
सोशल मीडिया पर गुस्सा
घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गए, जिसके बाद लोगों में गुस्सा देखने को मिला। कई यूजर्स ने इस हमले की निंदा की और इसे कला और संस्कृति पर हमला बताया। कुछ लोगों ने चरमपंथी समूहों पर इस तरह की तोड़फोड़ का आरोप भी लगाया।
पिछले अनुभव
रिपोर्टों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब बांग्लादेश में किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम को इस तरह रद्द किया गया हो। हाल ही में प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीतकार शिराज अली खान का कार्यक्रम भी तोड़फोड़ के कारण रद्द किया गया था। उन्होंने बांग्लादेश छोड़ने का निर्णय लिया और कहा कि जब तक कलाकारों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती, वे वापस नहीं लौटेंगे।
कला और संस्कृति पर गंभीर सवाल
इन घटनाओं ने बांग्लादेश में कलाकारों की सुरक्षा और सांस्कृतिक स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलाकारों और कला प्रेमियों का मानना है कि संगीत और संस्कृति समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं, लेकिन इस तरह की हिंसा से रचनात्मक माहौल को नुकसान पहुंच रहा है।
