बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा: मासूम बच्ची की जलकर मौत ने मचाई हलचल
बांग्लादेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं
नई दिल्ली: बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ती जा रही है। देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसी बीच, लक्ष्मीपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है, जहां एक मासूम बच्ची को जिंदा जलाने की खबर आई है।
परिवार को घर में बंद कर आग लगाई गई
रिपोर्टों के अनुसार, लक्ष्मीपुर सदर उपजिला में एक बीएनपी नेता के घर को बाहर से बंद कर उसमें आग लगा दी गई। इस घटना के समय घर के अंदर बच्चे और अन्य परिवार के सदस्य मौजूद थे। आग इतनी तेजी से फैली कि बाहर निकलने का कोई अवसर नहीं मिला। इस दौरान एक छोटी बच्ची की जलकर मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
हादी की हत्या से भड़का आक्रोश
12 दिसंबर को ढाका के बिजोयनगर में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने शरीफ उस्मान हादी को गोली मार दी थी। सिर में गोली लगने के कारण वे गंभीर रूप से घायल हुए और इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। 32 वर्षीय हादी की मौत की खबर फैलते ही देशभर में आक्रोश भड़क उठा और कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए।
अंतिम संस्कार के बाद स्थिति और बिगड़ी
शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हादी का अंतिम संस्कार ढाका विश्वविद्यालय मस्जिद के पास किया गया। अंतिम संस्कार के तुरंत बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। कई शहरों में सरकारी और निजी संपत्तियों को निशाना बनाया गया। चटोग्राम में सहायक भारतीय उच्चायुक्त के आवास पर पत्थरबाजी की घटना भी हुई, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई।
सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम
हादी की पार्टी इंकलाब मंच ने अंतरिम सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है। पार्टी की मांग है कि हादी की हत्या में शामिल सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। ढाका के शाहबाग चौराहे पर हजारों समर्थकों की मौजूदगी में यह चेतावनी दी गई। इंकलाब मंच के नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में था हादी
शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2024 के जन आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे और भारत के मुखर आलोचक माने जाते थे। वह इंकलाब मंच के प्रवक्ता भी थे। हादी ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह ढाका-8 सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में संसदीय चुनाव लड़ेंगे। उनके समर्थकों का कहना है कि यही वजह उनकी हत्या के पीछे की साजिश हो सकती है।
ढाका में सुरक्षा बढ़ाई गई
हादी की मौत के बाद यूनुस सरकार ने एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। राजधानी ढाका में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। संसद भवन और प्रमुख इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, ताकि हालात काबू में रखे जा सकें।
भारत में भी सुरक्षा बढ़ाई गई
बांग्लादेश में जारी हिंसा को देखते हुए नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस ने उच्चायोग के आसपास अतिरिक्त बल तैनात किया है और आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
