बांग्लादेश में शेख हसीना की सजा के बाद हिंसा और तनाव की स्थिति
बांग्लादेश में तनाव की स्थिति
नई दिल्ली: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देशभर में तनाव और हिंसा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सोमवार से कई शहरों में गोलीबारी, आगजनी और बम धमाकों की घटनाएं सामने आई हैं। इस हिंसा में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं। स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिसके चलते पुलिस और सेना को कई स्थानों पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पड़ी है।
ढाका में दंगों की स्थिति
ढाका में दंगाइयों ने बांग्लादेश के संस्थापक बंग बंधु शेख मुजीबुर्रहमान के निवास को ध्वस्त करने का प्रयास किया। भीड़ ने धानमंडी 32 क्षेत्र तक पहुंचने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी और सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं।
पुलिसकर्मियों की स्थिति
कितने पुलिसकर्मी हुए घायल?
देश के विभिन्न हिस्सों में बमबारी की घटनाएं भी सामने आई हैं। कोटलीपारा में एक देसी बम धमाके में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें कांस्टेबल आइरीन नाहर, नजरुल इस्लाम और आरिफ हुसैन शामिल हैं। उनका इलाज कोटलीपारा उपजिला में चल रहा है।
गुटों के बीच संघर्ष
गुटों में किस बात को लेकर हुआ भिड़ंत?
शेख हसीना को यह सजा पिछले साल हुए छात्र आंदोलन पर उनकी सरकार की कथित कड़ी कार्रवाई के लिए मानवता के खिलाफ अपराध मामले में सुनाई गई है। यह फैसला उनकी अनुपस्थिति में लिया गया। इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से हिंसा और झड़पों की खबरें आई हैं। बरीसाल में मिठाई बांटने को लेकर दो गुटों में भिड़ंत हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।
ढाका की स्थिति
ढाका में कैसी है स्थिति?
ढाका के कई क्षेत्रों में दुकानें बंद हैं और यातायात को रोक दिया गया है। पुलिस ने बंग बंधु के घर के बाहर बैरिकेड लगा दिए हैं और किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। धानमंडी और आसपास के क्षेत्रों में सेना और आरएबी तैनात कर दी गई है। कई स्थानों पर पुलिस ने लाठियों, ध्वनि ग्रेनेड और आंसू गैस का उपयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया है।
साइबर एजेंसी की चेतावनी
साइबर एजेंसी ने क्या दी है चेतावनी?
इस बीच, सरकार की साइबर एजेंसी ने मीडिया को चेतावनी दी है कि वे दोषी ठहराई गई शेख हसीना के बयान या किसी भी अपील को प्रसारित न करें। एजेंसी ने कहा है कि ऐसे बयान हिंसा और अव्यवस्था को बढ़ावा दे सकते हैं। पूरे देश में अवामी लीग ने बंद का आह्वान किया है और सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।
