Newzfatafatlogo

बांग्लादेश में हिंदू मजदूर की हत्या के बाद सरकार ने परिवार को सहायता का आश्वासन दिया

बांग्लादेश में एक हिंदू मजदूर की हत्या के बाद सरकार ने उसके परिवार को सहायता देने का आश्वासन दिया है। दीपू दास की हत्या के बाद, शिक्षा सलाहकार ने परिवार से मुलाकात की और कहा कि सरकार उनकी देखभाल करेगी। इस घटना के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है।
 | 
बांग्लादेश में हिंदू मजदूर की हत्या के बाद सरकार ने परिवार को सहायता का आश्वासन दिया

बांग्लादेश में हिंसा के बाद सरकार की पहल


नई दिल्ली: बांग्लादेश में एक हिंदू श्रमिक की ईशनिंदा के आरोप में हत्या के बाद, सरकार ने उसके परिवार को सहायता देने का आश्वासन दिया है। एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा है कि राज्य पीड़ित परिवार की पूरी जिम्मेदारी लेगा।


दीपू दास की हत्या और परिवार की स्थिति

बांग्लादेश के शिक्षा सलाहकार सीआर अबरार ने मंगलवार को 25 वर्षीय दीपू दास के परिवार से मुलाकात की। दीपू की 18 दिसंबर को मयमनसिंह में भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। वह एक कपड़ा कारखाने में काम करते थे।


सरकार का समर्थन


दीपू दास की हत्या के बाद सरकार ने उनके परिवार के लिए एक बयान जारी किया है। अबरार ने कहा कि सरकार दीपू की पत्नी, बच्चों और माता-पिता की देखभाल करेगी। उन्होंने इस घटना को एक अत्यंत क्रूर अपराध बताया और कहा कि ऐसी हिंसा को किसी भी स्थिति में सही नहीं ठहराया जा सकता।


पिता की न्याय की मांग

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दीपू दास के पिता रबी चंद्र दास ने अपने बेटे की हत्या के लिए न्याय की मांग की और सरकार के सामने परिवार की कठिनाइयों को रखा।


इस बीच, मुहम्मद यूनुस के कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि दीपू दास के परिवार को आर्थिक और सामाजिक सहायता प्रदान की जाएगी। संबंधित अधिकारी परिवार के संपर्क में रहेंगे ताकि उन्हें हर संभव मदद मिल सके।


गिरफ्तारी और विरोध प्रदर्शन

12 लोगों की गिरफ्तारी


अब तक इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि आरोप, अफवाह या मतभेद कभी भी हिंसा का कारण नहीं बन सकते और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।


इस घटना के बाद ढाका सहित बांग्लादेश के कई हिस्सों में मजदूर संगठनों, छात्रों और मानवाधिकार समूहों ने विरोध प्रदर्शन किए। भारत ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है।