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भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा

भारत के अमेरिका में राजदूत विनय क्वात्रा ने अमेरिकी विदेश विभाग के पॉल कपूर से मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की गई। यह बैठक ट्रंप की भारत यात्रा की इच्छा के संदर्भ में हुई। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में और क्या कहा गया।
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भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा

भारत के राजदूत की महत्वपूर्ण बैठक

समाचार स्रोत: भारत के अमेरिका में राजदूत विनय क्वात्रा ने गुरुवार को अमेरिकी विदेश विभाग में साउथ और सेंट्रल एशियन अफेयर्स के असिस्टेंट सेक्रेटरी पॉल कपूर से मुलाकात की। यह उनकी चार दिन में दूसरी बार हुई बैठक थी। दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को और अधिक मजबूत करने पर गहन चर्चा की।


अमेरिकी विदेश विभाग की प्रतिक्रिया


अमेरिकी विदेश विभाग के साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स ब्यूरो ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा का धन्यवाद किया, जिन्होंने आज सुबह स्टेट डिपार्टमेंट में उनसे मुलाकात की। इस बैठक में साझा हितों और भारत-अमेरिका साझेदारी को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई।


पहली बैठक का विवरण

इससे पहले, सोमवार को क्वात्रा ने अपने वाशिंगटन स्थित आवास इंडिया हाउस में पॉल कपूर की मेजबानी की थी। उस समय उन्होंने कहा था कि असिस्टेंट सेक्रेटरी पॉल कपूर की मेज़बानी करके खुशी हुई और साझा प्राथमिकताओं तथा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।


ट्रंप की भारत यात्रा की इच्छा

यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की यात्रा की इच्छा जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें महान व्यक्ति और मित्र बताया। ट्रंप ने कहा कि वह वहां जाएंगे, यह तय करेंगे।


पॉल कपूर की पृष्ठभूमि

पॉल कपूर, जो भारतीय मूल के अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ हैं, हाल ही में ट्रंप प्रशासन द्वारा दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के असिस्टेंट सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किए गए हैं। वे पहले इंडो-पैसिफिक रणनीति और भारत-अमेरिका रक्षा संवाद से जुड़े कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।


भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा

कपूर ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच कई साझा हित हैं, जैसे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को स्वतंत्र और खुला रखना, व्यापारिक संबंधों को संतुलित बनाना, तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना। दोनों देशों के बीच बढ़ती कूटनीतिक सक्रियता से यह संकेत मिलता है कि भारत-अमेरिका संबंध आने वाले महीनों में और गहरे होंगे।