भारत ने चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा खोला, संबंधों में सुधार की दिशा में कदम
भारत और चीन के बीच संबंधों में सुधार
भारत ने अपने मिशनों और वाणिज्य दूतावासों के माध्यम से चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा फिर से खोलने का निर्णय लिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बाद संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है।
यह निर्णय जुलाई में चीनी नागरिकों के लिए वीजा फिर से शुरू करने के चार महीने बाद लिया गया है। 2020 में LAC पर गतिरोध के चलते चीनी नागरिकों के वीजा निलंबित कर दिए गए थे। गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प ने द्विपक्षीय संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था।
वीजा प्रक्रिया में बदलाव
सूत्रों के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा खोले गए हैं, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
भारत और चीन ने हाल के महीनों में अपने संबंधों को स्थिर करने के लिए कई 'जन-केंद्रित कदमों' पर सहमति व्यक्त की है। इसमें सीधी उड़ानों का फिर से शुरू होना भी शामिल है, जो 2020 से निलंबित थीं।
संबंधों को सामान्य बनाने के अन्य प्रयास
संबंधों को सामान्य बनाने के लिए अन्य कदमों में कैलाश मानसरोवर यात्रा का पुनः आरंभ और विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों के लिए वीजा सुविधाएं शामिल हैं।
इससे पहले, भारत ने जुलाई में चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा फिर से शुरू किया था, जिससे वे बीजिंग और अन्य शहरों में भारतीय दूतावासों में आवेदन कर सकते थे।
