भारत ने पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी
भारत का सख्त बयान
भारत ने पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और सेना को अधिक अधिकार देना पाकिस्तान की आंतरिक अस्थिरता और खतरनाक मानसिकता को दर्शाता है। भारतीय राजनयिकों ने यह स्पष्ट किया कि ऐसे कदम न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न करते हैं।
जम्मू-कश्मीर का मुद्दा
भारत के राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान का बार-बार जम्मू-कश्मीर का उल्लेख उसकी पुरानी और भड़काऊ नीति को उजागर करता है। यह दिखाता है कि पाकिस्तान अपनी आंतरिक समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए बाहरी मुद्दों को उठाता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत जम्मू-कश्मीर से संबंधित किसी भी दुष्प्रचार को पूरी तरह से खारिज करता है, क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है।
पाकिस्तान में कानून का शासन
इमरान खान की गिरफ्तारी और सेना को अधिक अधिकार देने के निर्णय पर भारत ने चिंता व्यक्त की है, यह कहते हुए कि इससे पाकिस्तान में कानून का शासन कमजोर होगा। भारत का मानना है कि सेना को खुली छूट देने से मानवाधिकारों का उल्लंघन और राजनीतिक दमन का खतरा बढ़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील
भारतीय पक्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अनुरोध किया है कि वह पाकिस्तान की इन नीतियों पर ध्यान दे और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाए। भारत ने यह दोहराया कि वह पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है, लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।
दक्षिण एशिया की स्थिरता
इस बयान के माध्यम से भारत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति और सेना के निर्णयों का प्रभाव पूरे दक्षिण एशिया की स्थिरता पर पड़ सकता है, और ऐसे कदमों से बचना आवश्यक है।
