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मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार

वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला है। उन्हें यह सम्मान लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष और तानाशाही के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए दिया गया है। पुरस्कार की घोषणा पर मचाडो की भावनात्मक प्रतिक्रिया ने सभी का ध्यान खींचा। जानें उनके संघर्ष और इस पुरस्कार का महत्व।
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मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार

मारिया कोरिना मचाडो का नोबेल शांति पुरस्कार


नोबेल शांति पुरस्कार: वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया है। नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि उन्हें वेनेजुएला में लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष और तानाशाही के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए यह सम्मान दिया गया है।


पुरस्कार की घोषणा पर मचाडो की प्रतिक्रिया


जब नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान के निदेशक क्रिस्टियन बर्ग हार्पविकेन ने मचाडो को फोन करके उन्हें पुरस्कार की जानकारी दी, तो वह भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि यह विश्वास करना उनके लिए कठिन है कि उन्हें नोबेल पुरस्कार मिल रहा है।


क्रिस्टियन बर्ग हार्पविकेन ने मचाडो को विजेता की सार्वजनिक घोषणा से पहले फोन किया और कहा कि उन्हें शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस पर मचाडो ने कहा, "ओह माय गॉड... मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह एक आंदोलन है, पूरे समाज का संघर्ष। मैं तो बस एक व्यक्ति हूं, मैं इसकी हकदार नहीं। वेनेजुएला के लोगों की ओर से धन्यवाद। हम अभी तक नहीं पहुंचे, लेकिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यह हमारे लोगों के लिए सबसे बड़ा सम्मान है।"




लोकतंत्र के लिए संघर्ष


58 वर्षीय मचाडो को 2024 में राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने से रोका गया था ताकि वह निकोलस मादुरो को चुनौती न दे सकें। हालांकि, 2010 में उन्होंने रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीतकर संसद में प्रवेश किया। सरकार को यह पसंद नहीं आया और 2014 में उन्हें पद से हटा दिया गया। मचाडो वेंते वेनेजुएला पार्टी की प्रमुख हैं और विपक्षी गठबंधन की संस्थापक हैं। नोबेल समिति ने कहा, "मचाडो ने लोकतंत्र की लौ को बढ़ते अंधेरे के बीच जलाए रखा।"