मारिया मचाडो को मिला नोबेल शांति पुरस्कार, ट्रंप रह गए खाली हाथ

नोबेल पुरस्कार की घोषणा
नोबेल पुरस्कार: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार जीतने में असफल रहे हैं। यह पुरस्कार वेनेजुएला की नेता मारिया मचाडो को दिया गया है। ट्रंप इस पुरस्कार के लिए संभावित दावेदार थे, लेकिन चूकने के बाद व्हाइट हाउस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि नोबेल समिति ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वे राजनीतिक पक्षपात करते हैं।
ट्रंप का दावा
डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार यह कहा है कि उन्होंने सात युद्धों को समाप्त किया है। पाकिस्तान और इजरायल ने भी उनके लिए समर्थन किया था। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने सोशल मीडिया पर लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप शांति समझौतों को आगे बढ़ाने, युद्धों को समाप्त करने और लोगों की जान बचाने का कार्य जारी रखेंगे। उनका हृदय मानवता के प्रति समर्पित है और उनकी इच्छाशक्ति अद्वितीय है।"
ट्रंप की प्रतिक्रिया
व्हाइट हाउस के संचार प्रमुख का यह बयान इस साल के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा से कुछ घंटे पहले आया, जब ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा पर निशाना साधा। ट्रंप ने कहा कि उन्हें यह पुरस्कार कुछ न करने और "हमारे देश को बर्बाद करने" के लिए मिला है। उन्होंने ओबामा को "अच्छा राष्ट्रपति" नहीं माना।
मारिया मचाडो का योगदान
मारिया मचाडो को नोबेल शांति पुरस्कार मिला
वेनेजुएला की मारिया मचाडो को यह पुरस्कार लोकतंत्र और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए उनकी लंबी लड़ाई के लिए दिया गया है। पिछले साल के चुनाव के बाद से वह छिपी हुई हैं, जिसे वर्तमान राष्ट्रपति निकोलस मादुरो द्वारा धांधली के रूप में देखा गया था। नोबेल समिति ने उनके "अथक कार्य" और "तानाशाही से लोकतंत्र में शांतिपूर्ण संक्रमण" के लिए उन्हें सम्मानित किया है।