मारुति एस-प्रेसो बनी भारत की सबसे सस्ती कार, ऑल्टो K10 का राज खत्म

भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में बदलाव
नई दिल्ली: हाल ही में भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र में लागू जीएसटी 2.0 सुधारों ने बाजार की स्थिति को पूरी तरह से बदल दिया है। टैक्स में कमी का सीधा प्रभाव गाड़ियों की कीमतों पर पड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप मारुति सुजुकी की ऑल्टो K10 अब देश की सबसे सस्ती कार नहीं रही। यह खिताब अब मारुति की एस-प्रेसो को मिल गया है, जो एक मिनी-एसयूवी डिजाइन में है।
जीएसटी 2.0 के लागू होने के बाद, छोटी पेट्रोल कारों पर टैक्स 28% से घटकर 18% हो गया है, और सेस को भी हटा दिया गया है। इस बदलाव के बाद, एस-प्रेसो की शुरुआती कीमत अब केवल 3.50 लाख रुपये रह गई है। वहीं, ऑल्टो K10 की शुरुआती कीमत अब 3.70 लाख रुपये हो गई है, जो पिछले एक दशक से सबसे सस्ती कार का खिताब रखती थी।
इस बदलाव का एक प्रमुख कारण सरकार द्वारा लागू किया गया 6 एयरबैग्स का नया नियम है। मारुति ने अपनी ऑल्टो K10 और सेलेरियो को 6 एयरबैग्स के साथ अपडेट किया है, जिससे उनकी लागत में वृद्धि हुई है। दूसरी ओर, एस-प्रेसो केवल 2 एयरबैग्स के साथ उपलब्ध है, जिससे कंपनी इसे कम कीमत पर पेश करने में सफल रही है।
दिलचस्प बात यह है कि अब देश की सबसे सस्ती कार एक पारंपरिक हैचबैक नहीं, बल्कि एसयूवी-स्टाइल डिजाइन वाली है। एस-प्रेसो का ऊंचा स्टांस, बॉक्सी लुक और मजबूत रोड प्रेजेंस इसे पहली बार कार खरीदने वालों, विशेषकर टू-व्हीलर से अपग्रेड करने वाले ग्राहकों के बीच बेहद लोकप्रिय बना रहा है। कम कीमत और आकर्षक डिजाइन का यह संयोजन एस-प्रेसो को बजट कार सेगमेंट का नया बादशाह बना देता है।