यूक्रेन ने बार्स मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया, नई तकनीकी उपलब्धि
यूक्रेन का नया सैन्य विकास
नई दिल्ली: यूक्रेन ने अपने सैन्य विकास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सोमवार को 'बार्स' मिसाइल के पहले सफल प्रक्षेपण का वीडियो जारी किया। यह वीडियो रूसी ठिकानों पर सटीक हमले की क्षमता को दर्शाता है, जो यूक्रेन की तकनीकी प्रगति और रक्षा तैयारियों का संकेत है। यह उपलब्धि कीव की रणनीतिक मजबूती का प्रतीक बन रही है, खासकर युद्ध की निरंतरता के बीच।
बार्स मिसाइल की विशेषताएँ
यह लंबी दूरी का घातक हथियार पूरी तरह से यूक्रेन में विकसित किया गया है, जो ड्रोन और क्रूज़ मिसाइल तकनीक का अनूठा संयोजन है। 'बार्स' की 800 किलोमीटर तक मारक क्षमता और 100 किलोग्राम पेलोड ले जाने की क्षमता इसे रूसी ठिकानों पर गहरे हमले के लिए और भी प्रभावी बनाती है। यह कदम यूक्रेन के सैन्य आत्मनिर्भरता बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा है।
हाइब्रिड तकनीक का लाभ
ड्रोन और क्रूज तकनीक का हाइब्रिड मॉडल
इस मिसाइल की सबसे बड़ी विशेषता इसका हाइब्रिड स्वरूप है। यह ड्रोन की लचीलापन और क्रूज़ मिसाइल की ताकत को एक साथ लेकर चलती है। इससे 'बार्स' को दुश्मन के राडार से बचने में मदद मिलती है और यह लक्ष्य पर सटीक प्रहार भी करती है। ऐसी तकनीक आधुनिक युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाती है।
वीडियो में बार्स मिसाइल का प्रक्षेपण
बार्स मिसाइल दागते हुए वीडियो
'बार्स' मिसाइल को आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर विकसित किया गया है। इसकी 800 किलोमीटर की रेंज इसे दूर स्थित रूसी ठिकानों तक सटीकता से पहुंचने में सक्षम बनाती है। 100 किलोग्राम पेलोड क्षमता इसे सामरिक हमलों के लिए बेहद उपयोगी बनाती है। यह तकनीक यूक्रेन के हथियार उद्योग के विकास का प्रतीक है। इसका घातक प्रभाव दर्शाने वाला वीडियो भी यूक्रेन द्वारा जारी किया गया है।
BREAKING:
— Visegrád 24 (@visegrad24) November 16, 2025
Ukraine publishes the first ever video of them launching their new Bars (Leopard) missiles on Russian targets.
The domestically developed long-range drone-missile (cruise missile–UAV hybrid) with a range of 800 km and capable of carrying a payload of 100 kg is part of… pic.twitter.com/2x9weHUKDM
पश्चिमी हथियारों पर निर्भरता कम करना
पश्चिमी हथियारों पर निर्भरता कम करने का प्रयास
यूक्रेन लंबे समय से पश्चिमी देशों से मिलने वाली सैन्य सहायता पर निर्भर रहा है, लेकिन अब वह अपनी घरेलू हथियार निर्माण क्षमता को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। 'बार्स' जैसी आधुनिक मिसाइलें इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो कीव को रणनीतिक रूप से स्वतंत्र बनने में मदद करेंगी।
अन्य लंबी दूरी की प्रणालियाँ
यूक्रेन की अन्य लंबी दूरी की प्रणालियां
बार्स अकेली प्रणाली नहीं है। यूक्रेन पेक्लो, पलियानित्सिया, लिउती, रूटा और फ्लेमिंगो जैसे कई नए हथियार भी विकसित कर रहा है। इन सभी प्रणालियों का लक्ष्य गहरी मारक क्षमता बढ़ाना और रूसी ठिकानों पर दूर तक वार करने की शक्ति हासिल करना है। इन तकनीकों से यूक्रेन की सैन्य क्षमता और मजबूत होगी।
यूक्रेन का बढ़ता प्रभाव
रणनीतिक रूप से बढ़ता यूक्रेन का प्रभाव
बार्स मिसाइल का सफल परीक्षण यूक्रेन को रणनीतिक स्तर पर नई मजबूती प्रदान करता है। इस हथियार के सक्रिय होने से रूस के खिलाफ उसके विकल्प बढ़ जाएंगे। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रणाली युद्ध की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है और यूक्रेन को नए आत्मविश्वास के साथ लड़ने की क्षमता दे सकती है।
