यूक्रेन में भ्रष्टाचार के आरोपों से जेलेंस्की की स्थिति पर संकट
यूक्रेन के राष्ट्रपति पर उठे गंभीर आरोप
नई दिल्ली: रूस के साथ चल रहे संघर्ष ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साहस और नेतृत्व का प्रतीक बना दिया था। लेकिन इस समय उनके करीबी सहयोगियों पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों ने देश की राजनीतिक स्थिति को हिला कर रख दिया है। युद्ध के बीच यह विवाद न केवल सरकार की प्रतिष्ठा पर सवाल खड़ा कर रहा है, बल्कि आंतरिक राजनीतिक समीकरणों में भी तेजी से बदलाव ला रहा है।
जांच एजेंसियों ने जेलेंस्की के पूर्व कारोबारी साथी तिमुर मिंडिच पर बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं, जिससे मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। युद्ध के दौरान उभरा यह भ्रष्टाचार संकट पश्चिमी देशों में चिंता का कारण बन रहा है, जो यूक्रेन को भारी आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं।
तिमुर मिंडिच पर गंभीर आरोप
यूक्रेन के भ्रष्टाचार निरोधक जांचकर्ताओं का कहना है कि जेलेंस्की के कारोबारी सहयोगी तिमुर मिंडिच के नेतृत्व में एक आपराधिक नेटवर्क ने सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी में 10 करोड़ डॉलर की हेराफेरी की। जांच में यह भी सामने आया है कि यह संगठन मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों में संलिप्त रहा। मामले के सार्वजनिक होने से पहले ही मिंडिच देश छोड़कर भाग गया, जिससे संदेह और बढ़ गया।
क्वारतल 95 का संबंध
मिंडिच वही व्यक्ति हैं जो जेलेंस्की द्वारा स्थापित प्रसिद्ध कॉमेडी स्टूडियो 'क्वारतल 95' के मालिक हैं। यह संबंध पूरे विवाद को और भी गंभीर बनाता है। आरोप है कि परमाणु ऊर्जा कंपनी से जुड़े ठेकों में 10 से 15 प्रतिशत की रिश्वत ली जाती थी, और यह तंत्र वर्षों तक बिना किसी रुकावट के चलता रहा। भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने बताया कि यही रिश्वतखोरी इस घोटाले का मूल आधार बनी।
विपक्ष का हमला और इस्तीफे
मुख्य विपक्षी पार्टी यूरोपियन सॉलिडेरिटी ने जेलेंस्की के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की है। दबाव बढ़ने पर जेलेंस्की के निर्देश पर सरकार के दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री से तिमुर मिंडिच पर सख्त प्रतिबंध लगाने की अपील की गई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार इस घोटाले को दबाने की कोशिश कर रही थी।
जांच एजेंसी के खुलासे
यूक्रेन की स्वतंत्र जांच एजेंसी-नेशनल एंटी-करप्शन ब्यूरो-ने वायरटैप रिकॉर्डिंग और वीडियो सबूत सार्वजनिक कर भ्रष्टाचार के कई नए पहलू उजागर किए हैं। एजेंसी ने धीरे-धीरे कई रिकॉर्डिंग इंटरनेट पर जारी कीं, जिससे जनता में भारी आक्रोश फैल गया। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
अंतरराष्ट्रीय दबाव और जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
जर्मनी और अन्य यूरोपीय देशों ने यूक्रेन से भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की अपील की है। उन्हें आशंका है कि ऐसे आरोप पश्चिमी समर्थन को कमजोर कर सकते हैं। हालांकि, जेलेंस्की ने कहा है कि वे सभी जांचों का पूर्ण समर्थन करते हैं। उन पर पहले जांच एजेंसियों की स्वतंत्रता सीमित करने के आरोप लगे थे, लेकिन जनदबाव के बाद उन्होंने अपना रुख नरम किया।
