Newzfatafatlogo

रूस की पुतिन ने यूरोप को दी सख्त चेतावनी: युद्ध की स्थिति में तैयार रहने का किया ऐलान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय देशों को एक कड़ी चेतावनी दी है कि यदि वे रूस के खिलाफ युद्ध की शुरुआत करते हैं, तो मॉस्को तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। यह बयान उस समय आया जब अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल रूस में यूक्रेन शांति योजना पर चर्चा कर रहा था। पुतिन ने कहा कि रूस का यूरोप पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन यदि युद्ध शुरू होता है, तो रूस अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बीच, अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की यात्रा शांति वार्ता को आगे बढ़ाने के प्रयासों के तहत हो रही है।
 | 
रूस की पुतिन ने यूरोप को दी सख्त चेतावनी: युद्ध की स्थिति में तैयार रहने का किया ऐलान

पुतिन की चेतावनी


नई दिल्ली : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यूरोपीय देशों को एक कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यूरोप रूस के खिलाफ युद्ध की शुरुआत करता है, तो मॉस्को तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार है। यह बयान उस समय आया जब अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल रूस में ट्रम्प प्रशासन की संशोधित यूक्रेन शांति योजना पर चर्चा कर रहा था।


निवेश सम्मेलन में पुतिन का बयान

निवेश सम्मेलन के दौरान बोले पुतिन 
पुतिन ने यह टिप्पणी मॉस्को में आयोजित एक निवेश सम्मेलन में की, जिसके बाद उन्होंने अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ और सलाहकार जैरेड कुशनर से मुलाकात की। यह चेतावनी उस समय आई जब वॉशिंगटन, कीव और यूरोपीय शक्तियों के बीच शांति वार्ताओं की गति तेज हो गई है।


रूस की सुरक्षा पर जोर

“हम आक्रामक नहीं, पर अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार”
पुतिन ने स्पष्ट किया कि रूस का यूरोप पर हमला करने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन यदि यूरोप ने युद्ध की शुरुआत की, तो रूस अपनी प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहेगा। यूरोपीय देशों का मानना है कि रूस अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा सकता है, जिसका संकेत ड्रोन घुसपैठ और हवाई उल्लंघनों से मिलता है। 2022 में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद यूरोप को रक्षा और ऊर्जा सुरक्षा पर भारी खर्च करना पड़ा है।


अमेरिकी प्रयासों में बाधा डालने का आरोप

यूरोप पर अमेरिकी प्रयासों को बाधित करने का आरोप
पुतिन ने यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया कि वे अमेरिका द्वारा चलाए जा रहे शांति प्रयासों में बाधा डाल रहे हैं और ऐसे प्रस्ताव जोड़ रहे हैं जिन्हें रूस स्वीकार नहीं कर सकता। उनके अनुसार, यूरोपीय नेतृत्व शांति की दिशा में नहीं, बल्कि टकराव की ओर बढ़ रहा है।


अमेरिकी दल की मॉस्को यात्रा

बढ़ते तनाव के बीच मॉस्को पहुंचा अमेरिकी दल
क्रेमलिन में विटकॉफ और कुशनर का स्वागत करते हुए पुतिन ने उम्मीद जताई कि बातचीत शांति ढांचे को आगे बढ़ाने में सहायक होगी। विटकॉफ ने मॉस्को को “बेहद सुंदर शहर” बताया और कहा कि बैठक से पहले उन्होंने शहर में एक प्रभावशाली सैर की।


ट्रम्प प्रशासन की शांति योजना

ट्रम्प प्रशासन की संशोधित शांति योजना पर मंथन
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा उस समय हो रही है जब ट्रम्प सरकार अपनी यूक्रेन शांति योजना के संशोधित संस्करण को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रही है। मूल योजना पर यूक्रेन और यूरोपीय देशों ने आपत्ति जताई थी कि इसमें रूस के हितों को अधिक महत्व दिया गया है। हाल ही में अमेरिका और यूक्रेन के अधिकारियों ने फ्लोरिडा में बैठक कर 28 बिंदुओं को घटाकर 20 पर सहमति बनाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री मारको रुबियो ने इन चर्चाओं को “उत्पादक” बताया, हालांकि निर्णायक समाधान अभी दूर है।


यूक्रेन का नया प्रारूप

जेलेंस्की ने संशोधित दस्तावेज़ को “तैयार” बताया
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि नया प्रारूप जिनेवा में बने पहले दस्तावेज़ पर आधारित है और अब लगभग अंतिम रूप ले चुका है। यूक्रेनी कूटनीतिज्ञों का कहना है कि वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि यूरोपीय साझेदार हर स्तर पर शामिल रहें, क्योंकि रूस पश्चिमी देशों को बांटने के लिए दुष्प्रचार फैला रहा है।


यूरोपीय नेताओं की शिकायत

“शांति वार्ता में हमें दरकिनार किया गया”
यूरोपीय नेताओं ने लंबे समय से शिकायत की है कि अमेरिका और रूस के बीच तैयार हुई मूल शांति मसौदा-रूपरेखा में उन्हें पर्याप्त भूमिका नहीं दी गई, जबकि किसी भी भविष्य के समझौते को लागू करने और आर्थिक सहायता प्रदान करने की भारी जिम्मेदारी उन्हीं पर आएगी।