रूस के गैस प्रोसेसिंग प्लांट पर यूक्रेन का ड्रोन हमला

यूक्रेन के ड्रोन हमले से आग लगी
रूसी गैस संयंत्र में आग: यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन हमले के कारण रूस के ओरेंबुर्ग क्षेत्र में स्थित विश्व के सबसे बड़े गैस प्रोसेसिंग प्लांट में आग लग गई। रविवार को क्षेत्र के गवर्नर येवगेनी सोलंतसेव ने जानकारी दी कि इस हमले से संयंत्र के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है, लेकिन किसी भी कर्मचारी के घायल होने की खबर नहीं है। गवर्नर ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर बताया कि ड्रोन हमले के बाद संयंत्र के एक कार्यशाला में आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंच गई हैं। आग बुझाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
रूसी रक्षा मंत्रालय का बयान
पहली बार हुआ हमला: यह पहली बार है जब ओरेंबुर्ग गैस केमिकल कॉम्प्लेक्स का यह संयंत्र हमले का शिकार हुआ है। यह संयंत्र रूस की सरकारी ऊर्जा कंपनी गजप्रोम के अधीन है और इसकी वार्षिक गैस प्रोसेसिंग क्षमता 45 अरब घन मीटर है। यहां ओरेंबुर्ग तेल और गैस कंडेन्सेट क्षेत्र से आने वाली गैस के साथ-साथ कजाकिस्तान के काराचगनक क्षेत्र की गैस भी प्रोसेस की जाती है।
इस हमले के बाद रूस के अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। समीपवर्ती समारा क्षेत्र के गवर्नर व्याचेस्लाव फेडोरिशचेव ने सोशल मीडिया पर बताया कि रातभर हवाई रक्षा प्रणाली सक्रिय रही और ड्रोन हमलों के कारण स्थानीय हवाई अड्डा और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित करनी पड़ीं।
Orenburg Gas Processing Plant in Russia was visited by drones of peace last night ✌️ pic.twitter.com/VUVz5IYJGX
— Kate from Kharkiv (@BohuslavskaKate) October 19, 2025
ड्रोन हमलों की संख्या
रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रातभर में उनकी वायु रक्षा इकाइयों ने कुल 45 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। इनमें से 12 ड्रोन समारा क्षेत्र में, 11 सारातोव क्षेत्र में और 1 ड्रोन ओरेंबुर्ग क्षेत्र में गिराया गया। यूक्रेन की ओर से इस हमले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, यह ज्ञात है कि यूक्रेन अगस्त से रूस के ऊर्जा ढांचे को निशाना बना रहा है ताकि मॉस्को की ईंधन आपूर्ति और राजस्व स्रोतों को प्रभावित किया जा सके।
रूस-यूक्रेन संघर्ष का प्रभाव
संघर्ष का विस्तार: पहले भी यूक्रेन ने समारा क्षेत्र की तेल रिफाइनरी पर हमले की कोशिश की थी। रूस के ऊर्जा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हमले गैस आपूर्ति प्रणाली पर दीर्घकालिक प्रभाव डाल सकते हैं, क्योंकि ओरेंबुर्ग प्लांट रूस की घरेलू और निर्यात आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण है। इस बीच, मॉस्को ने देशभर में वायु सुरक्षा को और मजबूत करने के आदेश दिए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष ने अब ऊर्जा बुनियादी ढांचे को भी प्रभावित किया है, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ने की संभावना है।