रूस के राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा: सिलोविकी सर्किल की भूमिका पर नजर
पुतिन का भारत दौरा
नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस दो दिवसीय यात्रा पर वैश्विक ध्यान केवल कूटनीतिक मुद्दों पर नहीं, बल्कि उस विशेष समूह पर भी केंद्रित है, जिसे पुतिन की सत्ता और निर्णय लेने की प्रक्रिया का मूल आधार माना जाता है। इस समूह को सिलोविकी के नाम से जाना जाता है, जो पुतिन के सबसे प्रभावशाली और विश्वसनीय सलाहकारों का समूह है।
पुतिन के साथ इस यात्रा में सात प्रमुख रूसी मंत्री और केंद्रीय बैंक की अध्यक्ष एलबिरा नबीउलिना भी शामिल होंगी। यह संकेत करता है कि मॉस्को भारत के साथ अपने संबंधों को केवल कूटनीति तक सीमित नहीं रखना चाहता, बल्कि इसे आर्थिक, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग के व्यापक दायरे में देख रहा है। लेकिन असली दिलचस्पी उस क्षेत्र में है, जहां रूस की नीतियों का निर्माण होता है, यानी पुतिन का 'सिलोविकी सर्किल'।
पुतिन का सिलोविकी सर्किल
सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाई पेत्रुशेव को पुतिन का सबसे करीबी और प्रभावशाली सहयोगी माना जाता है। उनका रिश्ता 55 वर्षों पुराना है और वे KGB में एक साथ काम कर चुके हैं। पेत्रुशेव की भूमिका रूस की आंतरिक सुरक्षा और रणनीतिक निर्णयों में केंद्रीय मानी जाती है।
विदेश खुफिया सेवा के प्रमुख सर्गेई नारिश्किन 1990 से पुतिन के विश्वसनीय सलाहकार रहे हैं। उनके KGB अनुभव और कूटनीतिक कौशल के कारण उन्हें पुतिन के संभावित उत्तराधिकारियों में से एक माना जाता है।
FSB निदेशक अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव 1970 के दशक से पुतिन को जानते हैं और देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं। उनकी भूमिका रूस के सुरक्षा ढांचे में महत्वपूर्ण मानी जाती है।
रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु सैन्य रणनीतियों और युद्ध संबंधी निर्णयों में पुतिन के सबसे विश्वसनीय सलाहकार हैं। किसी भी महत्वपूर्ण सैन्य निर्णय से पहले पुतिन शोइगु से सलाह लेते हैं।
विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस की कूटनीति का अंतरराष्ट्रीय चेहरा हैं। 21 वर्षों से इस पद पर बने रहने वाले लावरोव पुतिन की विदेश नीति के सबसे मजबूत स्तंभ माने जाते हैं।
पुतिन की कार्यशैली
पुतिन के करीबी सहयोगियों में एक समानता है: उनके प्रति पुतिन का अटूट विश्वास। यही विश्वास रूस की नीतियों और वैश्विक रणनीतियों का मूल आधार है। पुतिन अपने 'सिलोविकी सर्किल' के सदस्यों की सलाह को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं, और यही समूह मॉस्को के सत्ता ढांचे का सबसे गोपनीय लेकिन निर्णायक पक्ष है।
