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रूस-यूक्रेन संघर्ष में टॉमहॉक मिसाइलों की भूमिका पर चिंता

रूस ने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलों की संभावित आपूर्ति पर चिंता व्यक्त की है, इसे युद्ध के लिए एक नया खतरा मानते हुए। अमेरिका ने भी इन मिसाइलों की रणनीति को समझने की इच्छा जताई है। इस स्थिति से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। जानें इस मुद्दे पर रूस और अमेरिका की प्रतिक्रियाएँ और क्या हो सकता है आगे।
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रूस-यूक्रेन संघर्ष में टॉमहॉक मिसाइलों की भूमिका पर चिंता

रूस-यूक्रेन युद्ध की नई चुनौतियाँ


रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस ने यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलों की संभावित आपूर्ति पर चिंता जताई है, इसे युद्ध के लिए एक नया और खतरनाक मोड़ मानते हुए. अमेरिका ने भी इन मिसाइलों की रणनीति को समझने की इच्छा व्यक्त की है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है.


टॉमहॉक मिसाइलों की क्षमताएँ

टॉमहॉक मिसाइलों की रेंज 2500 किलोमीटर है, जिससे यूक्रेन रूस के अंदरूनी हिस्सों पर हमला कर सकता है, यहां तक कि मॉस्को तक भी. कुछ पुराने मॉडल परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि यदि रूस पर टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं, तो उनमें से कुछ परमाणु हथियार ले जा सकती हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि लंबी दूरी की मिसाइलें रूस को गंभीर निर्णय लेने पर मजबूर कर सकती हैं.


पुतिन की चेतावनी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी सैन्य भागीदारी के बिना टॉमहॉक मिसाइलों का उपयोग संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि यूक्रेन को ये मिसाइलें दी गईं, तो यह युद्ध के एक नए खतरनाक चरण की शुरुआत होगी. पुतिन ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि सोवियत संघ के विघटन के बाद उन्हें नीचा दिखाया गया और नाटो को रूस की सीमाओं तक बढ़ाया गया, जिससे यूक्रेन और जॉर्जिया प्रभावित हुए.


अमेरिका की भूमिका

फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, अमेरिका पहले से ही यूक्रेन को रूसी ऊर्जा ठिकानों पर लंबी दूरी के हमलों में सहायता कर रहा है. अमेरिकी खुफिया एजेंसियां यूक्रेन को ड्रोन मिशनों के लिए रूट, ऊंचाई और समय तय करने में मदद कर रही हैं, ताकि रूसी वायु रक्षा से बचकर निशाना साधा जा सके. राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वे टॉमहॉक मिसाइल देने से पहले यह जानना चाहते हैं कि यूक्रेन उनका उपयोग कैसे करेगा.


यूक्रेन और रूस की प्रतिक्रिया

यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों ने रूस के कदम को साम्राज्यवादी विस्तार की कोशिश बताया है और कहा है कि वे किसी भी कीमत पर रूसी सेना को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. रूस ने अमेरिकी मिसाइलों को युद्ध को बढ़ाने वाला कदम बताया है और चेतावनी दी है कि टॉमहॉक मिसाइलों की डिलीवरी संघर्ष को नाटकीय रूप से बढ़ा सकती है. यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय राजनीति और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत संवेदनशील बना हुआ है.