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रोहतक में बारात विवाद: नाच को लेकर हुआ झगड़ा, चार लोग घायल

रोहतक के निड़ाना गांव में एक शादी समारोह के दौरान बारात विवाद ने खुशियों को मातम में बदल दिया। 7 जून को जींद के बीवीपुर गांव से आई बारात में नाच को लेकर झगड़ा हुआ, जिसमें दूल्हे के मामा समेत चार लोग घायल हो गए। इस घटना ने न केवल परिवारों को सदमे में डाल दिया, बल्कि स्थानीय लोगों में भी गुस्सा पैदा कर दिया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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रोहतक में बारात विवाद: नाच को लेकर हुआ झगड़ा, चार लोग घायल

रोहतक में बारात विवाद

रोहतक समाचार: बारात विवाद: नाच को लेकर हुआ हंगामा, चार लोग घायल! निड़ाना गांव में एक शादी समारोह में बारात विवाद ने खुशियों को मातम में बदल दिया। 7 जून को जींद के बीवीपुर गांव से आई बारात में नाच को लेकर झगड़ा हुआ, जिसमें दूल्हे के मामा समेत चार लोग घायल हो गए।


इस घटना ने न केवल परिवारों को सदमे में डाल दिया, बल्कि शादी जैसे पवित्र अवसर पर हिंसा के कारण स्थानीय लोगों में भी गुस्सा पैदा कर दिया। आइए, इस घटना की पूरी जानकारी लेते हैं।


नाच से शुरू हुआ विवाद


बीवीपुर गांव के सुरेंद्र की बारात निड़ाना गांव पहुंची थी। दूल्हे के मामा जोगेंद्र सिंह ने बताया कि बारात चौपाल से दुल्हन के घर की ओर ट्रैक्टर पर जा रही थी। रास्ते में बाराती नाच रहे थे, लेकिन ट्रैक्टर चालक नरेंद्र ने नाच बंद करने को कहा और गुस्से में गोली मारने की धमकी भी दी।


इसके बाद बारात दुल्हन के घर पहुंची, लेकिन वहां भी बारातियों के साथ दुर्व्यवहार हुआ। दूल्हे के पिता और दोस्तों को घर में घुसने से रोका गया। कुछ लोगों ने गाली-गलौज की और डंडों से हमला करने की कोशिश की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।


मारपीट और पुलिस की कार्रवाई


विवाद तब और बढ़ गया जब निड़ाना गांव के साहिल, शुभम, नीरज, अमन, प्रिंस और कुछ अन्य युवकों ने बारातियों पर हमला कर दिया। जोगेंद्र सिंह की आंख पर चोट आई, जबकि उनके दोस्त दीपक, सुरेश और अंकित भी घायल हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब बाराती टेंट में खाना खाने गए थे।


घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। जोगेंद्र सिंह की शिकायत पर बहु अकबरपुर थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश कर रही है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।


शादी समारोह में हिंसा का सबक


यह बारात विवाद एक दुखद उदाहरण है कि कैसे छोटी-सी बात बड़े झगड़े में बदल सकती है। शादी जैसे खुशी के अवसर पर हिंसा न केवल परिवारों के लिए दुखद है, बल्कि समाज में भी गलत संदेश देती है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन यह घटना सामाजिक सौहार्द और आपसी समझ की आवश्यकता को दर्शाती है।


स्थानीय लोगों से अपील है कि वे ऐसे अवसरों पर शांति बनाए रखें। प्रशासन को भी चाहिए कि शादी समारोहों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। उम्मीद है कि इस घटना से लोग सबक लेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।