लाहौर में टीएलपी और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें, प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ी
लाहौर में शनिवार को तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें 11 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने इज़राइल के खिलाफ रैली निकालने का प्रयास किया, जबकि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। टीएलपी के नेता साद रिज़वी के नेतृत्व में हजारों प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे। अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
Oct 11, 2025, 19:07 IST
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लाहौर में हिंसा का माहौल
शनिवार को लाहौर में पुलिस और इस्लामी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के बीच गंभीर झड़पें हुईं। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को राजधानी की ओर बढ़ने से रोकने का प्रयास किया, जहां वे फ़िलिस्तीन के समर्थन में रैली निकालने वाले थे। टीएलपी ने पंजाब पुलिस को "इज़राइली गुंडे" करार देते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 11 टीएलपी सदस्य मारे गए और 50 से अधिक घायल हुए। सुबह से अब तक टीएलपी के 11 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। गोलाबारी और गोलीबारी का सिलसिला जारी है।
प्रदर्शन का विस्तार
गुरुवार को इज़राइल द्वारा गाजा में की गई हत्याओं के खिलाफ शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन शनिवार को और भी उग्र हो गया। पुलिस ने कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हुए। लाहौर के आज़ादी चौक के पास झड़पें और भी बढ़ गईं, जहां कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और कई अधिकारी घायल हुए।
पुलिस की तैयारी
कई क्षेत्रों में पुलिस ने बैरिकेड्स, शिपिंग कंटेनर और खाइयाँ खोदकर टीएलपी के हजारों प्रदर्शनकारियों को, जिनका नेतृत्व साद रिज़वी कर रहे थे, इस्लामाबाद की ओर जाने से रोकने का प्रयास किया। लाहौर, इस्लामाबाद से लगभग 370 किलोमीटर दूर है। अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को बड़ी भीड़-भाड़ से बचने और अपने आस-पास के वातावरण के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है।