वेनेज़ुएला में उड़ानों पर रोक: FAA की चेतावनी और कोलंबियाई राष्ट्रपति का बयान
वेनेज़ुएला के लिए उड़ानों में कमी
नई दिल्ली: कई प्रमुख एयरलाइनों ने वेनेज़ुएला के लिए अपनी उड़ानें निलंबित कर दी हैं। यह कदम अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) द्वारा देश के हवाई क्षेत्र में बढ़ते सैन्य तनाव और सुरक्षा खतरों के बारे में पायलटों को चेतावनी देने के बाद उठाया गया है। इस निर्णय का असर लैटिन अमेरिका और अन्य क्षेत्रों के बीच हवाई संपर्क पर पड़ा है।
वेनेज़ुएला एयरलाइंस एसोसिएशन की अध्यक्ष मैरिसेला डे लोएजा ने बताया कि छह एयरलाइनों, जिनमें TAP, LATAM, Avianca, Iberia, Gol और Caribbean शामिल हैं, ने अपनी उड़ानें कुछ समय के लिए रोक दी हैं। इसके अलावा, Turkish Airlines ने 24 से 28 नवंबर तक अपनी सेवाएं स्थगित कर दी हैं।
कोलंबियाई राष्ट्रपति का दृष्टिकोण
कोलंबियाई राष्ट्रपति पेट्रो का बयान
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने रविवार को X पर एक पोस्ट में कहा कि सभी लैटिन अमेरिकी देशों और अन्य देशों के लिए नियमित उड़ानें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देशों को अवरुद्ध करना मानवता के खिलाफ अपराध है, क्योंकि इससे लोग प्रभावित होते हैं।
FAA की चेतावनी का महत्व
FAA की चेतावनी
FAA ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें पायलटों को चेतावनी दी गई कि वेनेज़ुएला के हवाई क्षेत्र में अस्पष्ट खतरों के कारण किसी भी ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले विमानों के लिए जोखिम हो सकता है। इसमें टेकऑफ, लैंडिंग और जमीन पर मौजूद विमानों के लिए भी खतरे का संकेत दिया गया है।
यह चेतावनी उस समय आई है जब ट्रंप प्रशासन ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिकी सेना ने हाल के महीनों में वेनेज़ुएला के तट पर बमवर्षक विमान भेजे हैं, जो कभी-कभी हमले के सिमुलेशन वाली सैन्य अभ्यासों का हिस्सा रहे हैं। इसके अलावा, विमानवाहक पोत USS Gerald R. Ford को भी क्षेत्र में तैनात किया गया है।
मादुरो को वैध नेता नहीं मानना
US ट्रंप प्रशासन मादुरो को वैध नेता नहीं मानता
करिबियाई सागर में अमेरिकी सेना की यह तैनाती दशकों में सबसे बड़ी बताई जा रही है। ट्रंप प्रशासन, जिसे मादुरो पर अमेरिका में नार्को-टेररिज्म के आरोप हैं, उन्हें वेनेज़ुएला का वैध नेता नहीं मानता।
ड्रग-तस्करी के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई
ड्रग-तस्करी के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई
अमेरिका ने सितंबर की शुरुआत से करिबियाई सागर और पूर्वी प्रशांत महासागर में छोटे नावों पर कई हमले किए हैं, जिन पर ड्रग्स तस्करी का आरोप लगाया गया था। इन अभियानों में अब तक 80 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
