शरीफ उस्मान हादी का पार्थिव शरीर ढाका पहुंचा: शोक और आक्रोश का माहौल
शरीफ उस्मान हादी का अंतिम संस्कार
इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी का शव आज शाम ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया। उन्हें बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस की बीजी 585 फ्लाइट से सिंगापुर से ढाका भेजा गया, जो दोपहर 2:03 बजे चांगी एयरपोर्ट से उड़ान भरकर शाम 5:49 बजे ढाका पहुंची।
बोशरा इस्लाम का बयान
बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस के अधिकारियों ने बताया कि शहीद नेता का शव विमान में सुरक्षित और सम्मानपूर्वक रखा गया था। कंपनी की जनसंपर्क महाप्रबंधक बोशरा इस्लाम ने कहा कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई थीं ताकि पार्थिव शरीर को बिना किसी कठिनाई के हवाई अड्डे तक लाया जा सके।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
हवाई अड्डे पर गेट नंबर 8 से शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान बांग्लादेश सेना, सशस्त्र बल बटालियन और पुलिस की बड़ी संख्या तैनात की गई थी। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा के कारण हवाई अड्डे पर कड़ी निगरानी रखी गई थी।
हादी का निधन
शरीफ उस्मान हादी का निधन सिंगापुर जनरल अस्पताल में हुआ, जहां उन्हें गंभीर चोटों के कारण भर्ती कराया गया था। उनकी मृत्यु की खबर से राजनीतिक हलकों और इंकलाब मंच के कार्यकर्ताओं में गहरा शोक फैल गया। संगठन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए कहा कि अल्लाह ने उनके महान कार्यों के लिए उन्हें शहीद के रूप में स्वीकार किया है।
जनाजे की तैयारी
इंकलाब मंच ने घोषणा की है कि शनिवार को मानिक मियां एवेन्यू में जुहर की नमाज के बाद उनका जनाजा आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर देशभर से जनसभा और राजनीतिक नेता उपस्थित रहेंगे।
राजकीय शोक
इस दुखद घटना को देखते हुए मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने शनिवार के लिए एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। पूरे देश में सरकारी और राजनीतिक कार्यालयों में श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
हमले का विवरण
शरीफ उस्मान हादी पर 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान हमला हुआ था। नकाबपोश हमलावरों ने उन पर गोली चलाई, जिससे उनका सिर गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें ढाका मेडिकल कॉलेज और एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर स्थिति के कारण उन्हें सिंगापुर ले जाया गया।
आक्रोश का माहौल
हादी की मृत्यु ने इंकलाब मंच के कार्यकर्ताओं और नागरिकों में गहरी संवेदना और आक्रोश पैदा किया है। उनके निधन ने राजनीतिक गतिविधियों को भी प्रभावित किया है। शरीफ उस्मान हादी को उनके साहसिक कार्यों और देश के प्रति योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
