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सिडनी में आतंकी हमले पर हमास नेता का विवादास्पद बयान

सिडनी में हाल ही में हुए एक आतंकी हमले ने अंतरराष्ट्रीय विवाद को जन्म दिया है। हमास नेता मोहम्मद नज्जाल ने इस घटना को आतंकी हमला मानने से इनकार किया है और इजरायल के प्रधानमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने गाजा में चल रहे संघर्ष के कारण वैश्विक गुस्से की चेतावनी दी है। इस हमले में 15 लोगों की मौत हुई और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है। जानें इस घटना के बारे में और क्या प्रतिक्रियाएं आई हैं।
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सिडनी में आतंकी हमले पर हमास नेता का विवादास्पद बयान

सिडनी में आतंकी हमले का विवाद


नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में हाल ही में हुए एक गंभीर आतंकी हमले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद उत्पन्न कर दिया है। इस हमले पर हमास के नेता मोहम्मद नज्जाल के बयान ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। नज्जाल ने इस घटना को आतंकी हमला मानने से इनकार करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।


हमास नेता की चेतावनी

हमास के नेता मोहम्मद नज्जाल ने कहा है कि गाजा में चल रहे संघर्ष और वहां हो रहे कथित 'नरसंहार' के कारण वैश्विक स्तर पर गुस्सा और हिंसा बढ़ रही है। उनके अनुसार, यह असंतोष केवल मुसलमानों तक सीमित नहीं है, बल्कि गैर-मुस्लिम समुदायों में भी नाराजगी फैल रही है। नज्जाल ने चेतावनी दी है कि यदि गाजा की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो अन्य देशों में भी इस तरह की हिंसक घटनाएं हो सकती हैं।


बोंडी बीच पर हुई गोलीबारी

ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के अनुसार, यह घटना रविवार को सिडनी के प्रसिद्ध बोंडी बीच क्षेत्र में हुई। यहां दो हथियारबंद हमलावरों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 15 लोगों की जान चली गई और 40 से अधिक लोग घायल हुए। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया में यहूदी समुदाय को निशाना बनाने वाली घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है।


हमलावरों की पहचान

पुलिस जांच में हमलावरों की पहचान साजिद अकरम और नावेद अकरम के रूप में हुई है, जो पिता-पुत्र बताए जा रहे हैं। पुलिस के साथ मुठभेड़ में पिता साजिद अकरम को मौके पर ही मार गिराया गया, जबकि बेटा नावेद अकरम गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।


सुरक्षा व्यवस्था में वृद्धि

इस घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया गया है। प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थानों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। वहीं, हमास नेता के बयान पर दुनियाभर से तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और कई देशों ने इस तरह के बयानों की कड़ी निंदा की है।