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हमास ने इजरायली हमलों से अपनी दूरी बनाई, युद्धविराम की अपील की

हमास ने हाल ही में इजरायली हमलों से अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए युद्धविराम की अपील की है। संगठन ने कहा है कि हाल की हिंसक घटनाएँ उनकी नीति का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की है ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस बयान को अंतरराष्ट्रीय राजनयिक हलकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह युद्धविराम और मध्यस्थता प्रयासों को प्रभावित कर सकता है। जानें इस पर और क्या कदम उठाए जाएंगे।
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हमास ने इजरायली हमलों से अपनी दूरी बनाई, युद्धविराम की अपील की

हमास का आधिकारिक बयान

हमास ने हाल ही में राफा में हुए इजरायली हमलों से अपनी किसी भी संलिप्तता से इनकार करते हुए यह स्पष्ट किया है कि वह युद्धविराम के प्रति प्रतिबद्ध है। संगठन के प्रवक्ता ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि हाल की घटनाओं में हमास का कोई संबंध नहीं है और जो भी हिंसक घटनाएँ हुईं, वे संगठन की नीति का हिस्सा नहीं हैं।



बयान में यह भी कहा गया है कि इजरायल की हालिया कार्रवाइयाँ युद्धविराम का स्पष्ट उल्लंघन हैं, जिससे गाज़ा में नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय स्थिति और भी खराब हो गई है। हमास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर उन देशों से, जो युद्धविराम प्रक्रिया के गारंटर हैं, तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है। संगठन ने कहा कि गारंटर देशों को इजराइल पर दबाव डालना चाहिए ताकि नागरिकों पर होने वाले हमलों को रोका जा सके और मानवीय सहायता को सुरक्षित रूप से पहुँचाने की अनुमति दी जा सके।


हमास ने यह भी स्पष्ट किया कि संगठन एक राजनीतिक वायदा मानता है और उसका उद्देश्य फिलीस्तीनी जनता के लिए एक मान्यता प्राप्त, स्वतंत्र और संप्रभु राज्य की स्थापना करना है। बयान में कहा गया कि जब तक एक स्पष्ट और स्थायी राजनीतिक समाधान और सुरक्षा तंत्र नहीं मिलते, तब तक हथियारों का जमा करना या त्यागना संभव नहीं है।


अंतरराष्ट्रीय राजनयिक हलकों में इस बयान को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह युद्धविराम की दिशा और मध्यस्थता प्रयासों को प्रभावित कर सकता है। अब यह देखना होगा कि गारंटर देश, संयुक्त राष्ट्र और क्षेत्रीय शक्तियाँ इस अपील पर क्या कदम उठाती हैं और क्या जल्द ही हिंसा को समाप्त करने और मानवीय अभियानों को बहाल करने के लिए ठोस पहल की जाती है।