राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा में 12 नेत्रदाताओं के परिवारों को किया सम्मानित
रांची, 06 सितंबर (हि.स.)। 39वीं राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा के तहत क्षेत्रीय नेत्र संस्थान रिम्स में नेत्रदाता परिवार सम्मान समारोह का न्यू ट्रामा सेंटर में शुक्रवार को आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक प्रमुख डॉ चन्द्र किशोर शाही विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
कार्यक्रम में 12 नेत्रदाताओं के परिवारों को सम्मानित किया गया, जिनमें अदम्य साहस दिखाते हुए अपने प्रियजनों के नेत्र दान कर के किसी के जीवन को रौशन किया है। साथ ही नेत्रदान जैसे महादान में कई लोग अहम भूमिका निभाते हैं। जैसे पुलिस, ग्रीफ काउंसलर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, लैब तकनीशियन, वार्ड बॉय, ट्रॉलीमैन, उन सभी को इस नेक कार्य में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
मौके पर डॉ शाही ने कहा कि अक्सर लोग ज़रूरत पड़ने पर दूसरों के द्वारा दान किये गए रक्त को स्वीकार कर लेते हैं लेकिन देते वक़्त हिचक होती है। इसे समझने की आवश्यकता है। नेत्रदान और अंगदान जैसे नेक अभियान के लिए जमीन स्तर से जागरुकता की जरुरत है और इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा।
इस दौरान रिम्स के नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार ने बताया कि अभी भी भ्रांतियों की वजह से लोग नेत्रदान करने से हिचकिचाते हैं। अंधापन दूर करने के लिए नेत्र प्रत्यारोपण की मांग अधिक है जबकि नेत्रदान कम होते हैं, जिसकी वजह से हमेशा बैकलॉग रहता है। सभा को उन्होंने रिम्स नेत्र अधिकोष बैंक के सफर के विषय में जानकारी दी और कहा कि जल्द ही यह एल वी प्रसाद नेत्र संस्थान के सहयोग से एक विश्व स्तरीय नेत्र बैंक के रूप में तब्दील होने जा रहा है इसके लिए एमओयू हो चुका है।
इस अवसर पर नोडल पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन ने कहा कि सम्मानित हुए परिवारों को प्रेरणास्रोत मानते हुए हम सभी को नेत्रदान और अंगदान का संकल्प लेना चाहिए। क्योंकि, इस से बड़ा पुण्य का कार्य कोई और नहीं है।
कार्यक्रम में प्रो (डॉ) शशि बाला सिंह, डीन, रिम्स; प्रो (डॉ) प्रदीप भट्टाचार्य, डॉ एम दीपक लकड़ा, डॉ राहुल प्रसाद सहित अन्य मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे